बुधवार 24 अप्रैल 2013 को, 3,000 मज़दूर बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उपनगरीय इलाक़े सावर में स्थित राणा प्लाज़ा कपड़ा फ़ैक्ट्री में काम करने गए। 24 अप्रैल को सुबह, 8:57 बजे, इमारत दो मिनट में गिर गई, जिसमें कम-से-कम 1,132 लोग मारे गए और 2,500 से अधिक घायल हो गए। इस तरह की त्रासदी बहुराष्ट्रीय कंपनियों की वजह से आती हैं जो ख़राब श्रम स्थितियों की ज़िम्मेदारी नहीं लेती हैं, जिससे उत्तरी गोलार्ध में धनी शेयरधारकों को लाभ तो मिलता है लेकिन इन मज़दूरों पर ढाए गए क़हर का कोई निशान इनकी अंतरात्मा पर नहीं लगता है।