मानवता कई संकटों से मिलकर बने एक वृहद ‘बहुसंकट‘ (पॉलीक्राइसिस) से घिरी पड़ी है। जलवायु व पर्यावरण से लेकर ग़रीबी और भुखमरी जैसे सभी संकट पूँजीवाद की विफलता का परिणाम हैं। बहुसंकट के अनेक तत्वों में से एक है लैंगिक असमानता व महिलाओं के खिलाफ हिंसा की गहराती समस्या। पितृसत्ता और पूरी पूँजीवादी व्यवस्था के ख़िलाफ़ ठोस संघर्ष चला कर ही इस समस्या का हल किया जा सकता है।