आज ‘सेंसर बोर्ड’ हिंसक पुरुषवादी और इस्लामोफ़ोबिया बढ़ाने वाले विषयों को तो तरजीह देता है लेकिन जातिगत भेदभाव व महिलाओं के मुद्दों को सामने लाने से रोकता है।
प्लास्टिक कचरे को ठिकाने लगाने के इस खेल की सर्वाधिक क़ीमत उन देशों को चुकानी पड़ रही है – जिनमें से अधिकांश के पास कचरे के प्रवाह को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए बुनियादी…
आज जहाँ भारत विश्व की सबसे तेज़ दर से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में शुमार है, वहीं युवा बेरोज़गारी दर के मामले में यह दुनिया के सबसे फिसड्डी देशों में शामिल है। देश की युवा आबादी…